कली सी खिली तुम
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चित्र गुगल से साभार |
सावन की लहरों में
फूलों के बहारों में
कली सी खिली तुम
रिमझिम फुवारों में
मन के आँगन में
कली सी खिली तुम
पलों के यादों में
समय की हवाओं में
कली सी खिली तुम
मुस्कुराती फिजाओ में
सांसों की हवाओं में
कली सी खिली तुम
अजनबी दिशाओं में
मन की तरंगो में
कली सी खिली तुम
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