शब्द..शब्द..शब्द..
Saturday, December 20, 2014
तन्हाई
चित्र गुगल से साभार
सागर के पास
तलाश में,
अहसास जगा
भीतर टकराती हुई
धुन्धलाती
यों ही कटती है
उलझनों में उलझती
आते जाते हर पल
उदासी में
कितने दिनों के
इन्तजार में
अकेलेपन की ज़िंदगी !!!!!
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