Tuesday, December 16, 2014

नवपल्

चित्र गुगल से साभार
 
हरी लाल चूड़ियों के
खनकते पलों को 
याद करते उसके  
नवपल् के आगमन की

सिन्दूर सा लाल चेहरा 
श्रृंगार किये अपने को 
देखा  करते  उसके  
नवपल् के आगमन की

देहलीज़ पर खड़ी आतुरसी 
निहारती जीवित क्षणों को 
छवियों को महसूस करते 
नवपल् के आगमन की

चंद्राकार में छुपी मृगतृष्णा
अपनी ही छाया को छूने  
शरद रातों में खिले फूल के 
नवपल् के आगमन की

एक छुहन भूली सी
विलोम हुआ कृष्ण अंधकार 
क्रिया प्रक्रिया को प्रेरित करके
नवपल् के आगमन की

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